रिपोर्ट:- संजीव राय
जिलाधिकारी ने निलंबन एवं विभागीय कार्रवाई हेतु अपर मुख्य सचिव को लिखा पत्र।
मऊ। उपजिलाधिकारी सदर द्वारा अस्थाई गौ आश्रय स्थल रणवीर पुर, विकासखंड परदहां के निरीक्षण के दौरान गौ आश्रय स्थल की अत्यंत दयनीय स्थिति पाए जाने तथा संबंधित गौ आश्रय स्थल के नोडल अधिकारी द्वारा अपने निरीक्षण के दौरान निरीक्षण पंजिका में गलत सूचना दर्ज किए जाने पर उपजिलाधिकारी सदर ने नोडल अधिकारी डॉ यूके सिंह उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही किए जाने की संस्तुति की है।
अपनी निरीक्षण आख्या में उप जिला अधिकारी सदर ने बताया कि दिनांक 18 अप्रैल को निरीक्षण के दौरान गौ आश्रय स्थल पर कुल 223 पशु पाए गए,जिसमें 30 पशु बीमार थे।तीन पशुओं की हालत अत्यंत खराब थी। इसके अलावा तीन पशु मृत अवस्था में भी गो आश्रय स्थल में पाए गए।पशुओं के पीने हेतु पानी की व्यवस्था भी अत्यंत खराब थी। पशुओं की संख्या को देखते हुए पर्याप्त मात्रा में भूसे एवं अन्य आहार उपलब्ध नहीं थे। इसके अलावा पशुओं की टैगिंग के संबंध में भी गलत सूचना नोडल अधिकारी द्वारा निरीक्षण पंजिका पर दर्ज की गई थी। साथ ही भूसा, चोकर, पानी आदि की पर्याप्त एवं अच्छी व्यवस्था का भी अंकन उप मुख्य पशु चिकित्सा द्वारा निरीक्षण पंजिका में की गई थी। उप जिलाधिकारी सदर ने अपनी निरीक्षण आख्या में डॉ यूके सिंह उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, मऊ द्वारा गौ आश्रय स्थल रणवीरपुर, विकासखंड परदहां के प्रति असंवेदनशील होने एवं अपने दायित्वों के प्रति घोर लापरवाही व उदासीनता बरतने तथा भ्रामक सूचना अंकित करने के कारण निलंबन करने के साथ ही विभागीय कार्यवाही किए जाने हेतु संस्तुति की।
जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार ने उप जिलाधिकारी सदर द्वारा प्रस्तुत निरीक्षण आख्या को संज्ञान में लेते हुए संबंधित उप मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी के खिलाफ निलंबन एवं विभागीय कार्यवाही करने हेतु अपर मुख्य सचिव पशुपालन विभाग को आवश्यक कार्यवाही हेतु पत्र भी लिख दिया है।