जौनपुर
पहलगाम आतंकी हमले पर श्री बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा का कड़ा बयान, सिंधु जल संधि स्थगन का किया स्वागत
सूरत, 26 अप्रैल 2025: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की जान मौत को लेकर देशभर में आक्रोश देखने को मिल रहा है और लोग पाकिस्तान को सबक सिखाने की मांग कर रहे है तब सूरत स्थित हिंदू संगठन श्री बजरंग सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा ने भी इस आतंकी हमले को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने इस कायरतापूर्ण हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए कठोर कार्रवाई की मांग की है।हितेश विश्वकर्मा ने अपने बयान में कहा, “पहलगाम में निर्दोष पर्यटकों पर किया गया यह आतंकी हमला न केवल मानवता के खिलाफ है, बल्कि देश की एकता और अखंडता को चुनौती देने की साजिश है। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का यह घिनौना चेहरा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हम मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करते हैं।”उन्होंने केंद्र सरकार से मांग की कि पाकिस्तान को “ईंट का जवाब पत्थर से” दिया जाए। विश्वकर्मा ने कहा, “पाकिस्तान को उसकी हरकतों की सजा मिलनी चाहिए। आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हुए सरकार को कठोर कदम उठाने चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।”हितेश विश्वकर्मा ने केंद्र सरकार द्वारा सिंधु जल संधि को तत्काल प्रभाव से स्थगित करने के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने इसे एक साहसिक और ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा, “1960 की सिंधु जल संधि को रोकना पाकिस्तान के लिए करारा जवाब है। यह संधि पाकिस्तान की लाइफलाइन मानी जाती थी, और इसे स्थगित करना आतंकवाद को पनाह देने वाले देश के खिलाफ भारत की मजबूत इच्छाशक्ति को दर्शाता है। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार के इस फैसले की सराहना करते हैं।”श्री बजरंग सेना, जो सूरत से संचालित एक हिंदू संगठन है, लंबे समय से सामाजिक और राष्ट्रीय मुद्दों पर सक्रिय रूप से अपनी आवाज उठाता रहा है। संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष हितेश विश्वकर्मा ने इस घटना के बाद देशवासियों से एकजुटता और सतर्कता बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा, “यह समय देश के हर नागरिक के लिए एकजुट होकर आतंकवाद के खिलाफ खड़े होने का है। हमारी सेना और सरकार इस चुनौती का मुंहतोड़ जवाब देने में सक्षम है।”पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं, जिनमें सिंधु जल संधि को स्थगित करना, वाघा-अटारी सीमा को बंद करना और पाकिस्तानी राजनयिकों की संख्या में कटौती शामिल है। इन फैसलों को लेकर देशभर में व्यापक समर्थन देखने को मिल रहा है।