संवाददाता रामरतन (राजा भईया)
ज्यादातर फाल्ट में ही खत्म हो जाता है रोस्टर का समय
*अझुवा कौशाम्बी—* नगर पंचायत अझुवा को नियमित बिजली मिल सके इसके लिए लगभाग 4 साल पहले अलग से सब स्टेशन बनाया गया था जिसमें केवल कस्बे की बिजली मिलती है इसके बाद भी लोगों को नियमित आपूर्ति नहीं मिल पाती कस्बे के लोग फाल्ट के चक्कर चलते असमय में होने वाली कटौती से परेशान है
अझुवा कस्बे में सन 2019 में बनकर तैयार किया गया था उसके बाद जनवरी 2020 में यहां से सप्लाई चालू की गई थी।पहले बहुवा सब स्टेशन से बिजली की आपूर्ति होती थी वहां सब स्टेशन में कुछ गांव भी जुड़े थे ऐसे में हमेशा ओवरलोड हुआ फाल्ट की समस्या बनी रहती थी इन समस्याओं से निजात के लिए करीब लगभग 4 साल पहले अलग सब स्टेशन का निर्माण किया गया अथवा कस्बे में बने इस सभी स्टेशन से 12 वार्डों को जोड़कर आपूर्ति शुरू कर दी गई है लोगों को शुरू में तो कुछ राहत मिली लेकिन अब बिजली व्यवस्था पुराने ढंग पर आ गई है आए दिन सिराथू से फाल्ट बताकर लाइट काट दी जाती है डेली की समस्या इसी तरह बनी रहती है इतना ही नहीं कस्बे के लोग को रोस्टर के अनुसार बिजली भी नहीं मिलती अझुवा कस्बे के बिजली व्यवस्था चरमरा गई है विभाग की ओर से अझुवा क्षेत्र के लिए बनाए गए रोस्टर के अनुसार भी बिजली व्यवस्था उपलब्ध नहीं हो पा रही इसके कारण आजकल पढ़ रही चिपचिपा की गर्मी और बिजली की कटौती ने लोगों को परेशान करके रख दिया है अझुवा क्षेत्र में बिजली नहीं मिलने के कारण लोगों को उम्र भर गर्मी में दिक्कत हो रही है लोगों का कहना है दिन भर लाइट सही रहती है जैसे ही रात में 9:00 बजते ही कहीं ना कहीं फाल्ड बता दिया जाता है उसके बाद रात भर बिजली नहीं रहती है जैसे ही सुबह 5:00 बजाते ही लाइट आ जाती है लोगों को कहना है कि यह सब जेई साहब की मिलीभगत से होता है रात में जेई साहब को फोन करने पर वह फोन नहीं उठाते हैं और पावर हाउस में रखा सरकारी मोबाइल स्विच ऑफ कर दिया जाता है । कल रात अझुवा क्षेत्र की जनता रात में पावर हाउस का घेराव करने जा रहे थे लेकिन लोगों को समझाने के बावजूद वह लोग नही गए।लेकिन जिम्मेदारों के मनमानी के चलते इस नियम व समय का कोई मतलब नहीं है जब मनाया आपूर्ति बंद कर दी जाती है वहीं कुछ लोग का कहना है कि पहले से इंतजाम बेहतर न किए जाने के कारण बढ़ती गर्मी के बीच फीडरों पर अधिक लोड भी बढ़ जाता है ऐसे में अधोषित कटौती होती रहती है बरहाल चिपचिपा थी धूप के बीच उमस भरी गर्मी ने दिन का चैन रात की नींद हराम कर दी है।