रिपोर्ट:-संजीव राय
मऊ। माननीय एनजीटी के आदेश के क्रम में आज जिलाधिकारी श्री अरुण कुमार ने विकासखंड घोसी के ग्राम गौरीडीह में शिकायतकर्ता दीनानाथ एवं अन्य द्वारा एनजीटी में की गई शिकायत के क्रम में मौके का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपजिलाधिकारी घोसी ने बताया कि अतिक्रमित भूमि अभिलेखों में आबादी के नाम दर्ज है,जबकि शिकायतकर्ता ने अपनी शिकायत में इस भूमि को पोखरी के नाम दर्ज बताया था। इस संबंध में जब जिलाधिकारी ने शिकायतकर्ता से जानकारी ली तो उसने बताया कि पूर्व में यहां पर आसपास के घरों के पानी इकट्ठा होते थे। वहां पर उपस्थित अन्य स्थानीय लोगों से भी जिलाधिकारी ने इस समस्या के संबंध में चर्चा की तथा उसके निस्तारण हेतु अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
इस संबंध में जिलाधिकारी ने खंड विकास अधिकारी को सारे तथ्यों को प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। इसके अलावा उन्होंने शिकायतकर्ता द्वारा मांगी गई समस्त सूचनाओं को तथ्यों सहित देने को भी कहा। जिलाधिकारी ने उप जिलाधिकारी को जल निकासी हेतु किसी अन्य स्थल का चयन करने को भी कहा। निरीक्षण के दौरान ही जिलाधिकारी ने क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी को एनजीटी द्वारा मांगे गए सभी तथ्यों को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने के निर्देश दिए, जिससे एनजीटी को वास्तविक तथ्यों से अवगत कराया जा सके। उन्होंने इस संबंध में सारी आवश्यक कार्यवाहिया सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान उप जिला अधिकारी घोसी सुरेश कुमार, खंड विकास अधिकारी घोसी एवं क्षेत्रीय पर्यावरण अधिकारी सहित स्थानीय लोग उपस्थित रहे।