क्राइम रिपोर्टर कृष्ण जीत यादव
कौशाम्बी।
नेवादा विकास खण्ड के ग्राम पंचायत बैरामद करारी में माधुर मिश्रा के घर से राजेंद्र अग्रहरि के घर तक लाखों की लागत की नाली व इंटरलॉकिंग का प्रपोजल ग्राम पंचायत ने प्रस्तावित कराया था जिस प्रपोज में इंटरलॉकिंग का निर्माण तो करा दिया गया है लेकिन नाली का निर्माण नहीं कराया गया है। कराए गए इंटरलॉकिंग के लाखों के बजट को एक ही। इंटरप्राइजेज के खाते में डाला गया है जो नियम के विरुद्ध है निर्मित इंटरलॉकिंग में लगे मटेरियल का भुगतान सीमेंट बालू के ट्रेडर्स के खाते में जाना चाहिए वहीं पर मजदूरी का भुगतान मजदूरों के खाते में जाना चाहिए था लेकिन ग्राम प्रधान व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों की दूषित मानसिकता। एक बड़े भ्रष्टाचार की ओर इशारा कर रहा है जिसमें यह स्पष्ट हो रहा है कि एक ही इंटरप्राइजेज में संपूर्ण कार्यों का भुगतान करने के पीछे ग्राम प्रधान व अन्य जिम्मेदार अधिकारियों का निजी स्वार्थ स्पष्ट रूप से स्पष्ट हो रहा है बनाई गई इंटरलॉकिंग में नाली का निर्माण नहीं कराया गया है और नाली के बजट का भी भुगतान अपने हितैषी इंटरप्राइजेज में करके धन का बंदर वाट कर लिया गया है जो जांच का विषय है। जिस ओर ग्रामीणों ने जिला अधिकारी का ध्यान आकृष्ट करने की गुहार लगाई है।