रिपोर्ट मुस्तकीम अख्तर
चायल, कौशाम्बी जिले के नगर पंचायत चायल कस्बा में डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी की 132वी जयन्ती मनाई गई कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला पंचायत सदस्य राज गौतम ने कहा कि बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी के जीवनदर्शन, आदर्श एवं व्यक्तित्व से बहुत कुछ सीखने का मिलता है, हम सभी लोगों को उनके जीवन आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने बहुत ही विषम परिस्थितियों में शिक्षा ग्रहण की, उनके द्वारा लिखित पुस्तकों के अध्ययन से पता चलता है कि उनके सोंचने का दर्शन अद्वितीय था। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर आजाद भारत के प्रथम कानून मंत्री थे। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी द्वारा किये गये कार्यों की जितनी सराहना की जाय, उतनी ही कम है। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने विश्व भर के संविधानों का गहन अध्ययन कर भारतीय परिस्थितियों को दृष्टिगत रखते हुए सबसे बेहतर संविधान का निर्माण किया
वही राहुल गौतम एडवोकेट ने कहा कि डॉ0 भीमराव आम्बेडकर का शिक्षा पर विशेष बल था। डॉ0 भीमराव आम्बेडकर जी ने स्त्री शिक्षा एवं महिलाओं को आगे बढ़ाने में भी विशेष कार्य किया, जिसका परिणाम है कि बेटियॉ आज सभी क्षेत्रों में बेहतर कार्य कर देश के विकास में योगदान कर रहीं हैं। भारतीय संविधन को तैयार करने वाली प्रारूप समिति का नेतृत्व बाबा साहब डॉ0 भीमराव आम्बेडकर ने किया, इस संविधान के बल पर भारत ने अभूतपूर्व विकास किया है, ऐसे महापुरूष का यह देश हमेंशा ऋणी रहेंगा। इस अवसर पर