रिपोर्ट:- संजीव राय
खाद्य सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने के दिए निर्देश।
आज अपर जिलाधिकारी श्री भानु प्रताप सिंह की अध्यक्षता में खाद्य सुरक्षा एवम् औषधि प्रशासन से संबंधित जिला स्तरीय कमेटी की बैठक कैंप कार्यालय पर संपन्न हुई। बैठक के दौरान सहायक आयुक्त द्वितीय खाद्य ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में कुल 305 छापों के दौरान 334 नमूने लिए गए।अब तक प्राप्त 429 जांच रिपोर्ट में 170 अधोमानक, 66 मिथ्याछाप,एवं 35 असुरक्षित पाए गए। इस दौरान कुल 60 लाख 99 हजार का अर्थदंड भी आरोपित किया गया। उन्होंने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के दौरान दूध पर कुल 85 छापेमारी की गई, जिसके दौरान 87 नमूने संग्रहित किए गए। अब तक प्राप्त 134 जांच रिपोर्टों में से 75 नमूने अधोमानक,2 नमूने मिथ्याछाप एवं 3 असुरक्षित पाए गए। इस दौरान अपर जिलाधिकारी न्यायालय के माध्यम से 13 लाख 40 हजार का अर्थदंड भी अधिआरोपित हुआ। औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों पर की गई प्रवर्तन कार्यवाही की समीक्षा के दौरान औषधि निरीक्षक ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष में कुल 182 औषधि विक्रय प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया गया जहां से 184 नमूने लिए गए थे। इस दौरान बिना लाइसेंस के संचालित चार दुकानों से ₹2 लाख 61 हजार की औषधि को सीज किया गया। साथ ही 3 दुकानों की विवेचना के उपरांत माननीय न्यायालय में परिवाद भी दाखिल किया जा चुका है। इस दौरान प्राप्त 162 जांच रिपोर्ट में 6 अधोमानक एवं दो मिथ्या छाप पाए गए। बैठक के दौरान ही स्टीयरिंग कमेटी के उपभोक्ता प्रतिनिधि श्री राम जायसवाल ने जनपद में बोतलों के माध्यम से पानी सप्लाई करने वालों की जांच करने एवं खाद्य सुरक्षा के प्रति मध्यान्ह भोजन योजना के अंतर्गत कार्यरत रसोइयों को भी जागरूक करने की मांग उठाई।इसके अलावा एक अन्य उपभोक्ता प्रतिनिधि राकेश तिवारी ने आयुष किट वितरण को मोहल्ले वार कैंप लगाकर वितरण करने की मांग की।
बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी ने सहायक आयुक्त द्वितीय खाद्य को जनपद में संचालित समस्त आर ओ प्लांट का सर्वे करने के साथ ही बिना लाइसेंस वालों को चिन्हित करने के निर्देश दिए। इसके अलावा पानी वितरण करने वालों की पानी की गुणवत्ता की जांच करने को भी कहा। उन्होंने आयुष चिकित्सा अधिकारी को रोस्टर वार कैंप लगाकर लोगों को जागरूक करने के साथ ही लगने वाले कैंपों का प्रचार प्रसार करने के भी निर्देश दिए। खाद्य सुरक्षा के प्रति आम जनों को जागरूक करने के लिए अपर जिला अधिकारी ने जिला कार्यक्रम अधिकारी को आंगनवाड़ी कार्यकत्री एवं सहायिकाओ का सहयोग लेने के निर्देश दिए। उन्होंने औषधि निरीक्षक को ऑक्सीटॉसिन एवं एसिड बिक्री पर भी कड़ी नजर रखने को कहा। प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री के रोकने हेतु उन्होंने औषधि निरीक्षक को नियमित छापेमारी की कार्रवाई करने के भी निर्देश अपर जिलाधिकारी द्वारा दिए गए।
बैठक के दौरान ही अपर जिलाधिकारी ने जनपद में पर्यटन विभाग की स्वीकृत एवं क्रियान्वित योजनाओं की भी समीक्षा की।इस दौरान जिला पर्यटन अधिकारी ने बताया कि जनपद में पर्यटन विभाग द्वारा कुल 4 परियोजनाएं संचालित हैं, जिनमें से 2 परियोजनाओं का कार्य शत-प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है ।टोंस नदी के किनारे पर्यटन विकास हेतु कराए जा रहे पर योजना का भी 60% कार्य पूर्ण हो चुका है। एक अन्य योजना का कार्य भी अपनी प्रगति पर है।अपर जिलाधिकारी ने पर्यटन विभाग द्वारा संचालित और योजनाओं की समीक्षा के दौरान जिन परियोजनाओं की भौतिक प्रगति लक्ष्य के सापेक्ष ठीक नहीं है उन्हें समय से पूर्ण करने के निर्देश दिए। बैठक के दौरान सहायक आयुक्त द्वितीय खाद्य श्रवण कुमार त्रिपाठी, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी राजेश कुमार दीक्षित, औषधि निरीक्षक राघवेंद्र सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेंद्र गुप्ता, जिला पर्यटन अधिकारी मनीष श्रीवास्तव, जिला कार्यक्रम अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी सहित जनपद स्तरीय कमेटी के समस्त सदस्य उपस्थित थे।