रिपोर्ट संदीप वर्मा 8896777666
एक बार फिर किया खूनी रिश्तों ने शर्मशार!
खतौली पुलिस की बेहतरीन कार्यशैली की जन जन में हो रही खूब प्रशंशा
मुज़फ्फरनगर
बेटे ने ताऊ व बुआ के पोते के साथ मिलकर अपने सगे बाप की चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या की थी। कोतवाल संजीव कुमार ने तीनों हत्यारोपितों को गिरफ्तार करके गांव भैंसी के सुरेन्द्र हत्याकांड का खुलासा दूध का दूध पानी का पानी की तर्ज पर करके निर्दोष फंसाए गए बाप बेटों को जेल जाने से बचा लिया।असली मुजरिमों को गिरफ्तार करके निर्दोषों को जेल जाने से बचाने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने कोतवाल संजीव कुमार की टीम को 25 हजार का ईनाम दिए जाने की घोषणा की है।
जानकारी के अनुसार बीती 11 अप्रैल की सुबह गांव भैंसी निवासी अपनी बहन के यहां रह रहे सुरेन्द्र सिंह पुत्र बुद्ध सिंह निवासी गांव महमूदपुर थाना बहसूमा जनपद मेरठ की घर से खेत पर जाते समय जंगल में चाकुओं से गोदकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। मृतक के पुत्र रवि कुमार ने पुरानी रंजिश का हवाला देकर अपने पिता सुरेन्द्र की हत्या अपने ही गांव के रहने वाले हरकेश व इसके पुत्रों लोकेश और लवकुश पर लगाकर इनके विरुद्ध नामजद मुकदमा दर्ज कराया था। कोतवाल संजीव कुमार ने भागदौड़ करके नामजद हत्यारोपित पिता पुत्रों को हत्याकांड के अगले दिन ही हिरासत में ले लिया था। हिरासत में लिए गए पिता पुत्रों से सुरेन्द्र की हत्या करने का सही कारण ना पता चलने पर कोतवाल संजीव कुमार ने गहनता से जांच पड़ताल शुरू की तो मामला कुछ और ही निकल कर सामने आया।
कोतवाली में आयोजित प्रेसवार्ता में सीओ राकेश कुमार व कोतवाल संजीव कुमार ने सुरेन्द्र हत्याकांड का सही खुलासा करते हुए बताया कि खून के रिश्तों को कलंकित करते हुए सुरेन्द्र की हत्या इसके सगे बेटे रवि कुमार ने अपने ताऊ मांगेराम निवासी गांव महमूदपुर व बुआ के पोते विकास कुमार पुत्र जितेन्द्र निवासी गांव भैंसी के साथ मिलकर की थी। हत्यारोपी रवि कुमार ने बताया कि पिता सुरेंद्र सिंह के अपराधिक प्रवृति के चलते पुलिस आए दिन इसके घर दबिश देती थी। जिस कारण उसे सरकारी नौकरी मिलना मुश्किल हो रहा था। तंग आकर उसने ताऊ मांगेराम व विकास के साथ मिलकर पिता सुरेंद्र को मौत के घाट उतारकर हरकेश व इसके पुत्रों को झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भिजवाने की साजिश रची थी। बीती 11 अप्रैल को सुरेंद्र की हत्या करके तीनो हत्यारोपित अपने घरों को चले गए थे। कोतवाल संजीव कुमार ने टीम वर्क से कार्य करके हत्याकांड का सही खुलासा कर दिया। पुलिस ने निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त आला ए कत्ल चाकुओं को बरामद कर तीनो हत्यारोपितों को जेल भेज दिया। दूसरी ओर हत्या करने के संगीन आरोप में जेल जाने से बचे हरकेश व इसके पुत्रों के अलावा थाने पहुंचे इनके परिजनों ने कोतवाल संजीव कुमार की कार्यप्रणाली की जमकर सराहना की।