खास बात यह है कि इस कॉरिडोर के हिस्से में व्यास नदी पर यानी डॉल्फिन रिजर्व पर एशिया का सबसे लंबा 1300 मीटर का ब्रिज बनाया जाएगा। यह ब्रिज लंदन की टेम्स नदी पर बने टॉवर ब्रिज की तर्ज पर बनेगा। जहां ऊपर रेस्तरां बनाएं जाएंगे और दूर तक के नजारे देखने के लिए ऑब्जर्वेटरीज होंगे। इस कॉरिडोर के निर्माण पर 39,500 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
दिल्ली से अमृतसर 5 घंटे में
इस ग्रीन कॉरिडोर से दिल्ली से अमृतसर की दूरी महज 5 घंटे में पूरी होगी, अभी 8 घंटे लगते हैं। दिल्ली से कटरा 12 घंटे की बजाय 7 घंटें में पहुंचेंगे। अभी इस एक्सप्रेस वे 4 लेन होंगी बाद में इन्हें बढ़ाकर 8 लेन कर दिया जाएगा। राज्यों और बड़े शहरों के लिए इसमें 35 इंटरचेंज बनेंगे। रावी, सतलुज और व्यास नदियों पर बड़े पुल बनाए जाएंगे। इस कॉरिडोर पर 15 लाख पेड़ लगाए जाएंगे। इससे सालाना 3 करोड़ किलो कार्बन डाइऑक्साइड की कमी आएगी। कॉरिडोर पर 40 जनसुविधाएं दी जाएंगी। जहां पेट्रोल पंप, अस्पताल, पार्किंग, कमर्शल स्पेस, फूटकोर्ट, ऑटो वर्कशॉप, रिसोर्ट और डोरमेट्री बनाई जाएंगी।
दिल्ली-अमृतसर-कटरा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस वे बचाएगा 5 घंटे
- लंदन की टेम्स नदीके टॉवर ब्रिज की तर्ज पर व्यास नदी पर बनेगा एशिया का सबसे बड़ा ब्रिज
- टॉवर ब्रिज के ऊपर बने होंगे रेस्तरां, ऑब्जर्वेटरीज
- करीब 40 हजार करोड़ की लागत से बन रहा है यह एक्सप्रेस वे
- अभी 4 लेन का, 8 लेन तक करने का है प्लान
ये धार्मिक स्थल जुड़ जाएंगे
- वैष्णो देवी
- स्वर्ण मंदिर
- पंजाब में खडूर साहिब
- गोबिंदलाल साहिब
- सुल्तानपुर लोदी
ये शहर जुड़ेंगे
- रोहतक
- लुधियाना
- खडूर साहिब
- अमृतसर
- जालंधर
- बटाला
- गुरदासपुर
- पठानकोट
- कठुआ
- सांबा
- जम्मू और कटरा
Mahakal Corridor : भगवान शिव की 200 मूर्ति, 108 पिलर, 500 करोड़ की लागत… देखें महाकाल कॉरिडोर की झलक